१-
करता नट-क्रिया
समय,
नौशिखिया सा !
बाँध मन
दो छोरों पर
मै दर्शक हूँ
बिगड़ी ताल
साधते समय का!
विजड़ित मै
तनित मन
डगमगाता समय
मूल्य हीन नहीं,ये
मनोरंजन!
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
samjh hi nahi aayi....
ReplyDeletebahvana ye meri kamzori hai ki samay ko jis angle se mai samajhna chahta hu use abhivyakta nahi kar paa rha hu
ReplyDeletesamajh me mujhe bhi nahi aya?
ReplyDeleteaapki modesty hai ki aap khud ko incapable kah rahe ho
mujhe lagta hai hindi thodi kamjor hi hai hamari