1.
नदी की लहर पर,
सागर पर,
तैरता, एक चुम्बन पहुंचे तुम तक।
तमाम उम्र मैं करता रहा कम्पन।
2.
पलक के कोनों को छूकर
झपकने भर में
तुम्हारी आँखों में रख आया सपना
देखते जिसको काटी है उम्र सारी।
3.
तुम्हारे आने तक
रहेगी धरती
खिलेंगे फूल गाएंगे पक्षी।
बाद उसके न रहेगा होश हमें।
नदी की लहर पर,
सागर पर,
तैरता, एक चुम्बन पहुंचे तुम तक।
तमाम उम्र मैं करता रहा कम्पन।
2.
पलक के कोनों को छूकर
झपकने भर में
तुम्हारी आँखों में रख आया सपना
देखते जिसको काटी है उम्र सारी।
3.
तुम्हारे आने तक
रहेगी धरती
खिलेंगे फूल गाएंगे पक्षी।
बाद उसके न रहेगा होश हमें।
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