१
झांक,
ट्रेन की खिड़की,
खेत समतल
हरियाली कहीं बिखरी,
नंग धडंग बच्चे,
धुल से बीन कंकर
फेंकते,
हँसते, मुस्काते, टाटा बाय बाय करते,
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गाँव रोमांटिक है,
ट्रेन की खिड़की से.
२.
आओ,
पधारो !
माई बाप आप हो,
पढ़ी होंगी,
किताबें हज़ार, हमारे बारे में.
लिख दोगे
किताबें हज़ार, हमारे बारे में.
महाराज हैं
आप सभी लोग
आओ
पधारो!
खँडहर हम,
बिखेर जाओ थोड़ी जूठन,
आखिरी बार आना है
माई बाप, किसी गाँव आपका.