1.
तुम कहती हो,
याद स्पर्श है, प्रियतम की।
तुम कहती हो, तो सच होगा।
2.
तुम्हारे कहने से इश्क़ खिलता है,
महकता है, याद का कोना।
नहीं मिटता लेकिन, तेरा न होना।
3.
तुम्हारे रहने से, रहती है लौ अडिग
बरसते रहते हैं हरसिंगार।
तेरे रहने में, रहता है तेरा छूना।
No comments:
Post a Comment