१.
आजकल
बारिश नहीं होती,
मन नहीं आद्र .
शुष्क आँखों से
कोई
मुलाक़ात नहीं होती.
२.
ज्वार उतरता है
प्रेम भंग-सा .
छोड़ देता है
कीचड़,
मलाल
खुद ख़त्म होने का .
३.
आखिरी बार
जब कहा अलविदा हमने
कभी मैं नहीं था
कभी तुम अनुपस्थित.
साथ साथ
विदा नहीं
हम,
कभी नहीं
हम साथ मोड़ से गुज़रे
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