1.
क़त्ल किया वक़्त का
फिर जिया,
शून्य में .
2.
तुमसे परे, मुझसे परे आदि अंत से परे
शून्य में,
जिया फिर .
3.
तुम घटे, हमसे
उपजा शून्य,
शून्य ही नियति अब .
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
No comments:
Post a Comment