गम
केवल,
यादों का होना.
ख़ुशी
याद की मुहताज नहीं.
ज़िन्दगी
गुज़रती
याद की ट्रेन तरह
यादों का होना
गम
केवल .
यादों का होना
गम
केवल .
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
Kuchh adhuri si lagi...
ReplyDeletePar bahut khubsurat...
ख़ुशी
ReplyDeleteयाद की मुहताज नहीं.....yaadein haesha khushi lekar aayein aisa zaroori nahi..