रात आई भी तो
क्या सौगात हुई ,
दिन को ख़त्म हुए
अरसा हुआ अब तो !
ख़ुशी की उब से
बचना चाहा,
ज़िन्दगी औ गम
बने साथी ..........
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
...
ReplyDeletejivan k sathi,
sukh aur dukh,
tisara koi nahi...
सुन्दर पंक्तिया...
ReplyDelete@ sushma ji..... thanks.
ReplyDelete@ manish.... sahi kahaa bhaai
ReplyDelete