Sunday, October 11, 2009

mai tumhe chahata hu:- 1.

तुम्हारे लिए टूट पड़ता है सागर
किनारे विलीन हो जाते है अक्सर
रेत ही रेत पर बांधता मै मंसूबे
मंसूबो  की खातिर तुम्हे चाहता हूँ

1 comment:

१. पूछो राम  कब करेगा  यह कुछ काम । २. कर दे सबको  रामम राम  सत्य हो जाए राम का नाम  उसके पहले बोलो इसको  कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...