उदास रातों को, गुदगुदाते नहीं ख्वाब
चांदनी झरती नहीं
न खिलता है हरसिंगार।
चांदनी झरती नहीं
न खिलता है हरसिंगार।
उदास रात,
बस तुझे याद करता हूँ।
बस तुझे याद करता हूँ।
उदास रातों को और उदास कर जाती हो तुम।
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
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