१.
ढह जाना
यूँ है कि,
खंडहर दीखे नहीं
और मलबा
समा जाए सीने में।
२.
टूटना
इस कदर,
कंहर के रह जाएं
न टूटे, न बिखरें
ख़त्म हो, सपना देखना।
ढह जाना
यूँ है कि,
खंडहर दीखे नहीं
और मलबा
समा जाए सीने में।
२.
टूटना
इस कदर,
कंहर के रह जाएं
न टूटे, न बिखरें
ख़त्म हो, सपना देखना।
ye wali samjhne mein aasaan aur bahut sadhe hue dhang se likhi hai .. yani to the point still able to create impact.
ReplyDeleteभावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने.....
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