ठहरी बात रही
मेरी तेरी, पूर्ण है वचन उसका
कहा अनकहा
मसीहा स्वर है, शब्द है, भाव है
हम ठहरे हैं, ठहरी बात पर.
2.
हमारा काम,
काम आ जाना
मसीहा, वही काम है.
3.
राग लय विन्यास भिन्न नहीं
मेरे तेरे
हमारा अनुनाद, मसीहा संग.
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
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