अनायास मुस्कान
तीव्र प्रेय आकांक्षा
कभी
स्नायु दबाव
आस पास रही हो तुम
बिना कॉमा लिखी गई कविता
पूर्ण विराम पाती तुम पर.
2.
तुम
सर्वनाम हो
विस्थापित करती मेरी संज्ञा को.
3.
मेरी महत्ता
तुम विशेषण.
१. पूछो राम कब करेगा यह कुछ काम । २. कर दे सबको रामम राम सत्य हो जाए राम का नाम उसके पहले बोलो इसको कर दे यह कुछ काम का काम । ३. इतना ...
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